हर मुस्कराते चहरे के पीछे एक मायूसी छाए होती है, जमाना उस मायूस चहरे से वाकिफ नही होता है हर चुपी के पिछे एक दर्द समाया होता बस ज़माना उस दर्द से वेकिफ नही होता है। ©socho81 #मायूसी