काटों से मैं डर गया हूँ फूल था क्या जो बिखर गया हूँ?? लगी है कुछ बातें दिल पर मेरे और देखो मैं मर गया हूँ.... मन ही मन में जल गया हूँ अब ख़ामोशी से मिलगया हूँ.... चलते चलते इस सफर में कैसे मौत से मैं घिर गया हूँ?? Yash ©jazbaatishayar2020 #flowers