तिरे हाथ की लकीरें जब मेरी लकीरो से मिलती थी, पत्ता पत्ता हिलता था कलियाँ कालिया खिलती थी,, 2 sher अहमद साहब #nojotohindi #nojotoenglish #new #love #pain #ahmedsahab