पहले रिश्ते दिल से निभाये जाते थे, इसलिए तो संयुक्त हर घर थे। आज बिखर रहे है घर सारे, रिश्ते दिल से कहाँ दिमाग से निभाये जा रहे है । उंगली औरो पर उठ रही है, सहनशीलता खो रही है। किसी दुश्मन की जरूरत ही कहां, यहाँ तो अपने ही षडयंत्र करते है। छोटी-सी संपत्ति के लिए गले वही कटते है। दिल से नही जहाँ दिमाग से रिश्ते निभाये जाते है। ©Asha...#anu #येंजिंदगी #नोजोटोराइटर्स #नोजोटोहिंदी