जिम्मेदारी और सपनों में से जब किसी एक को चुनना होता हैं, अजीब कशमकश में तब इंसान होता हैं, दिमाग कहता हैं छोड़ सबकी फिक्र अपने में हो जा तू मस्त मगन..., दिल कहता हैं अपनों को त्याग क्या कभी कोई आगे बढ़ता हैं..., मन ही मन फिर दिल और दिमाग में ये क्या मतभेद होता हैं..., जीतते हैं रिश्ते किसीके कभी तो कोई दिलों को जीतता हैं..., भूलकर अपने कोई आगे बढ़ता हैं..., कोई अपनों के संग नये सपने बुनता हैं। ©Priya Gour उफ़ ये जिंदगी 😍🖤💙💚🧡💜💛 #safarnama #nojotowriters #NojotoWriter #27Sept 11:10 #Zindagi #sapne