अजीब दास्ताँ है उस फूल की बिखर के भी खुशबु ही देता है और गुल गुलशन में बहार है इन से बिल्कूल जीवन में दुआ की तरह। 👉🏻 प्रतियोगिता- 234 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"अजीब दास्तान"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I