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चांद जैसे तेरी सूरत मैं निहारू । दिल की मंदिरो म

चांद जैसे तेरी  सूरत मैं निहारू ।
 दिल की मंदिरो में तुझे बसाऊँ
सुनों मेरी प्रेमादेवी नीत मैं तेरो भजन गाऊँ
संग तेरें जिंदगी बिताने कों यू ही सपनें सजाऊँ ॥

©Khilendra Kumar
  कल्पना की ईश्क

कल्पना की ईश्क #लव

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