यूँ अक्सर हमें हमारी हदे बता दी जाती है जो गुनाह किया भी नहीं क्यों उसकी अक्सर हर कदम पर सजा दी जाती है अगर चले वो तो राहे सही और वही राहे हमें अक्सर गलत समझा दी जाती है। difference between daughter and daughter in lows