बैर मिटे सब दुनियां से, सारी दुनियां प्रेममय हो जाए। स्वाभिमानी बने सभी यहां, अहंकार सभी से मिट जाए। ईद- दिवाली सब साथ मनाएं, आपस में भाई चारा निभाएं। माया- मोह को त्याग कर, जीवन को अपने सफल बनाएं। काश ऐसा हो जाए, दुनियां में चहुं ओर खुशहाली हो। कर्तव्य करें सभी अपना और कोई कर्म से न खाली हो। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-46 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा। 💫 प्रतियोगिता ¥46:- काश ऐसा हो जाए