शर्म उन्हें न आएगी,नेता हैं वो साहब। भला उनसे उम्मीद भी कैसे रखोगे, पकोड़े तलने को रोजगार कह तो दिया। अच्छे दिन बस उनके भाषणों में रहेंगे, समझ ये बेरोजगारों को आ तो गया। शुक्र है पढ़े लिखे और अनपढ़ एक हो गए, जज़्बा था उनमे दूरियां को मिटा तो दिया। बेची थी जिन्होंने चाय तीन सालों तक, वो पकोड़े बेचेंगे अब बचे 2 सालो तक। I am supporter of Modiji but I am against this. #yqbaba #yqhindi #netagiri #acchedin #yqdidi #yqquotes #yq #politics