घुटनो पे बैठ के माँगते है दुआ ,दुआ कुबूल होने पर पीर बदल देते है जिस्म खेलते है मोहब्बत के नाम पे हर रोज मेरे शहर के राँझे हीर बदल देते है #_R.S.@khil #SAD