कैसा मेरा दिल और कैसा ये दीवाना है कोई बताये बिछड़ने वाले को कैसे भुलाना है जाने वाला तो जा चूका ज़ख्म देकर हमें अफ़सोस के खुद ही मरहम खुद को लगाना है तेरे अलावा तो नहीं थी कोई ज़िन्दगी मेरी तुझसे की वफ़ा का बोझ सारी ज़िन्दगी उठाना है तुझे देख कर ही धड़कता था ये दिल मेरा देख दिल धड़कने का भी कहाँ कोई बहाना है कैसे जी रहा हूँ ज़िन्दगी लिखना है उसे सारिम कोई उस तरफ जाये तो ये खत उसे भिजवाना है ©Mohammad sarim #crying #cryingsoul #cryingheart #Dard_e_dil #mohabbat #ulfatezindgi #ummiden #Broken💔Heart #heartout