Unsplash जिस्म के जाने से मोहब्बत खत्म नहीं होती यादें जिंदा रहने वालों को जिंदा रहने नहीं देती।। महक किसी गुल की हो या मोहब्बत की हवाओं में इक दिन घुल ही जाती है।। सांसों के वजूद तक दोनों का सफर इक रोज दोनों मिट्टी में मिल ही जाती है।। unkahe_lyrics 9554785525 ©Fatah Veer Singh #camping शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी