#अगर कोई फसता रहा ज़िन्दगी की उलझनों के बीच कोई सुलझाकर धागो को फटी पतंग उड़ा गया किसी ने सांवकर रखे दुनियां के गम कागज में कोई बना जहाज कागज का नभ में उड़ा गया ©गंगवार रामवीर #ramveergangwar