आज तो तवायफ भी ठुकरा गई मुझे बाजार-ए-मोहब्बत में

आज तो तवायफ भी ठुकरा गई मुझे 
बाजार-ए-मोहब्बत में
बोली "गुलाम" है "उसकी" मोहब्बत का 
कौन खरीदेगा इसे । pen by -#Krishna #baghel (veer)  krishna Baghel
आज तो तवायफ भी ठुकरा गई मुझे 
बाजार-ए-मोहब्बत में
बोली "गुलाम" है "उसकी" मोहब्बत का 
कौन खरीदेगा इसे । pen by -#Krishna #baghel (veer)  krishna Baghel