बचपन और कागज़ की कश्ती वो बचपन जो कागज़ की कश्ती पर सवार होकर चला है कभी मजाल है उसे डुबो सके ज़िंदगी में ग़मों के बड़े से बड़े आंधी #kagazkikashti #nojotohindi