गुस्सा तुम्हारा ऐसा हो जैसे रेत पर खींची गई लकीर हवा चले तो उड़ जाये लेकिन प्रेम ऐसा होना चाहिए जैसे पत्थर पर खींची गई लकीर जिसे कोई मिटा ही न सके ©Shweta Sharma #गुस्सा_मुहब्बत