मुई हिचकियाँ तो बैरन हुई हैं, जीना मुहाल किया,निर्लज्ज छीकों ने..!! दर्द देती है सीने में ऐसी बैरन हुई कमबख़्त छीकें. 😋😃😃❤❤ खुद भी होती, मुझे भी करती, निर्लज्ज ....😀❣️❣️