Unsplash गुजारे साथ जो लम्हें उन्हें फिर याद करते हैं। रहो यारों सलामत तुम यहीं फरियाद करते हैं। बनाकर प्रेम से दीपक तरुण ने फिर जलाया है। खुदा से मांग कर खुशियां तुम्हें आबाद करते हैं।। ©Tarun Rastogi kalamkar #दुआ