नजर का तो इलाज करा लो गे मगर नजरिए का इलाज कैसे कराओगे जो ढूंढने की तमन्ना दिल में रखोगे तुम तो जमाने में वही पाओगे माना के फूलों मैं कांटे भी होते हैं दुनिया में अक्सर जो कांटे ही बसे हों फितरत में अपनी, फूलों का शहर फिर कैसे पाओगे जो बस चले तो घूम लेना यह दुनिया का चप्पा चप्पा कांटों के सिवा यहां कुछ नहीं पाओगे, जो ढूंढोगे ज़माने में वही पाओगे ©Ajay kumar #नजरिया