अब तो मेरी कलम ने भी जवाब दे दिया..... 🖋️🖋️📝🖋️🖋️ ""थम जा नन्हीं और कितना रुलावेगी... मैं तो शिक्षा का जरिया हूं तू और कितना दर्द लिखवावेगी...। स्याही पेंदे पे आली, अब क्या मुझे नम आंखों से चलावेगी ..।। सांस थमी है , हाथ कांप रहे तेरे बस कर अब क्या नीभ तुड़वावेगी...। गुरु , शिष्य सा रिश्ता है कवि कलम का अब क्या मेरे जरिए मौत का पाप करवावेगी.....।। रुक नन्हीं ! .....बता , ... क्यों खता है तू दुनियां से ? क्या अपनी कलम को भी नहीं बतावेगी.....। बस कर कमली मुझसे और कितने बेनाम पैगाम लिखवावेगी....।।"" .................................... ©नन्हीं कवयित्री sangu... #कलम की आवाज