ताल्लुक़ कौन रखता है किसी नाकाम से लेकिन, मिले जो कामयाबी सारे रिश्ते बोल पड़ते हैं, मेरी खूबी पे रहते हैं यहां, अहल-ए-ज़बां ख़ामोश, मेरे ऐबों पे चर्चा हो तो, गूंगे बोल पड़ते हैं। ©Thakur Bhupendra Singh Rawat #Shayari #story #you #poem #Tu #Love