चाँद वो साथी है, जिसके तारे बाराती हैं..! जमीं पे रुकी है साँसें ऐसे, धड़कनें भी हरपल डराती हैं..! सूरज के तीव्र ताप को पर ये, चाँद की शीतलता ही हराती हैं..! ©SHIVA KANT #chaand #Chand