वो अकेला रहता था वो किसी से नही मिलता था मैंने बात करने की सोच उस से न जाने किस बात का डर था उसेको वो हर बार इनकार करता था । (Continued..) वो अकेला रहता था ,किसी से नही मिलता था मैने बात करने की सोचा उस से ,न जाने किस बात का डर था उसे वो हर बार इनकार करता था। न कार न बस न बाइक की मदत लेता था वो चलते चलते ही अपना सफर तय करता था वो एक दिन उसके साथ एक हादसा हो गया रोते रोते वो बेहाल हो गया मैंने सोचा की येही मौका है उस से मिलके उस से बात कर लूंगा