है न शिकवा मेरा,न शिकायत मेरी- मत समझना इसे,तू हिदायत मेरी....... जो छलकेंगे आंसू,बदनाम हो जाओगी- मेरी खामोशी है,तुझे इनायत मेरी....// #इनायत