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New Year 2025 घूम रहा, मैं गंगा तट पर देख रहा था म

New Year 2025 घूम रहा, मैं गंगा तट पर देख रहा था मेला।
बड़ी भीड़ ,है महाकुंभ में होती रेलमपेला।
संतो के, दर्शन पाने को भीड़ हो रही आतुर, 
भारत मां,की पावन भू पर मौसम है अलबेला।।

©Tarun Rastogi kalamkar #महाकुंभ2025
New Year 2025 घूम रहा, मैं गंगा तट पर देख रहा था मेला।
बड़ी भीड़ ,है महाकुंभ में होती रेलमपेला।
संतो के, दर्शन पाने को भीड़ हो रही आतुर, 
भारत मां,की पावन भू पर मौसम है अलबेला।।

©Tarun Rastogi kalamkar #महाकुंभ2025