आज मैने फिर से चश्मा लगा लिया ........ जब कोई सही को सही मान रहा था। आज मैने फिर से मौन धार लिया ..... जब में सही बोली तो लोगो ने मुझे ही गलत बता दिया। आज से मेने अपने पन का मौह छोड़ दिया.... अपना है , ही कौन। आज मेने फिर से सोना छोड़ दिया.... ये सोच कि, मौत आने पर सोना ही है । ©anandi #काले चश्मे और काले मन के लोग