अब बस इक तेरा ही नाम हर्फ ए आखिरी होगा.. जो अब लेगा नाम खुदा का वहीं काफिर होगा.. मूसल सर करता रहा तमाम वादे इश्क में.. कितना वो शक्स झूठ बोलने में माहिर होगा... कि अब तुम्हें भी थोड़ी सी तकलीफ होगी जाना.. कि अब ना कोई दर्द मेरे चेहरे से जाहिर होगा.. यक़ीनन मैंने कर लिया है अब इश्क से तौबा 'Rv'.. जो अब फिर से धड़का ये दिल तो तू अब साहिर होगा... ©Rv goswami #freebird