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जब जब चाहा मैंने, मोहब्बत से रूबरू होना, तब तब हुई

जब जब चाहा मैंने,
मोहब्बत से रूबरू होना,
तब तब हुई मैं,
तन्हाईयों से वाकिफ़,
इश्क़ ही नहीं था,
जो किस्मत में,
तो नाराज़गी भी,
उनसे नहीं लगी वाज़िब। #yqdidi #wajib #love #pain #quote
जब जब चाहा मैंने,
मोहब्बत से रूबरू होना,
तब तब हुई मैं,
तन्हाईयों से वाकिफ़,
इश्क़ ही नहीं था,
जो किस्मत में,
तो नाराज़गी भी,
उनसे नहीं लगी वाज़िब। #yqdidi #wajib #love #pain #quote