Nojoto: Largest Storytelling Platform

गुलों से ख़ार बहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं अपनों

गुलों से ख़ार बहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं 
अपनों से ग़ैर बहतर हैं जो मुहब्बत से नाम लेते हैं
अपनीं आबरू उसकी इज़्ज़त भी बचाते हैं जा बजा
हम ग़ुस्से में भी बहुत नर्मी से काम लेते हैं
गुलों से ख़ार बहतर हैं जो दामन थाम लेते हैं 
अपनों से ग़ैर बहतर हैं जो मुहब्बत से नाम लेते हैं
अपनीं आबरू उसकी इज़्ज़त भी बचाते हैं जा बजा
हम ग़ुस्से में भी बहुत नर्मी से काम लेते हैं