सब सब ही के सब कछु नाहीं शबद शबद से सब दिख जाहीं ! प्यार प्यार परहित ही जलहीं हेत हेतु हित सबका ही करहीं ! मैनवधू....रति,कामदेव की पत्नी मेरी एक छोटी सी अनुप्रास योजना का प्रयास..... आप भी लिखें, क्लोब करें चार पंक्तियों में चार भिन्न वर्णों का अनुप्रास... पढ़ने हेतु आभार आपका। #anjali jain didi #manoj dudi bhaiya #धरा सिंह दीदी। #nisha tiwari