मेरे पुष्पगुच्छ रोमानी निर्विषा मात्र निवेदन वरन तुम्हें गर प्रेम गर मीरा वर्ण नति करना मुझे हरना,उसे रीझना सुगंध मेरा,शपथ मेरा विष का लेना सहारा गुलाब तुम्हारा। नज़रे मिला कर तुमसे... मैं नज़रे चुरा लेती हूँ , महक में तेरी.... मैं, मेरे... होश भुला देती हूँ , अठखेलियां, नादानियां सब संग तेरे करती हूँ , इक बावली भई मीरा और... दूजी मैं बनती हूँ , बेसुध हो मैं... तुमसे 'मोंगरे सा इश्क़' करती हूँ । #इश्कमोगरेसा #मोंगरा