मिट्टी हैं हम इन हवाओं में कण-कण में हैं हम तुम्हारी साँसो पर पहरा हैं मेरा गलतफहमी है गर तूझे लगे की दिन तेरा बिन मेरे गुज़रा मिटाया है खुद को मैने तब जाकर है तेरा रंग रुप है निखरा निहार न तू रहन -सहन मेरा है तुझे क्या खबर हूँ मैं अंदर से कितना सुनहरा ©gudiya #रहन सहन #Nojoto #Twowords