तुम आएं हो मेरी ज़िन्दगी में एक समय के बाद जैसे बहार आई हो फ़िज़ा में एक समय के बाद जैसे कलियां खिली हो बाग़ में एक समय के बाद जैसे सावन बरसा हो सूखी ज़मीं पर एक समय के बाद सुप्रभात। एक समय के बाद सूखे पत्ते ख़ुद झड़ जाते हैं वैसे ही इंसान के ग़म। #समयबाद #yqdidi #YourQuoteAndMine #bestyqhindiquotes #yqbesthindiquotes #yqhindi #aprichit Collaborating with YourQuote Didi