ख्वाहिश नहीं चांद तारों को पाने की,अंबर पर जाने की पंखों से उड़ान भरने की ,क्षितिज को छू के आने की तमन्ना है सत रंगीं दुनिया में जीने की ,इंद्रधनुषी रंगों के कुछ सुंदर पलों की ,कुछ खुशियाँ दामन में छिपाने की बिन्दु (बिंदास) ©Bindu Sharma #fourlinepoetry #क्षितिज #सतरंगी #इंद्रधनुष