हर शब्द मे तुमको लिखता था , आज भी तुम्हीं को लिखता हूँ । बदनाम न हो जाय नाम तेरा , तेरे नाम को "इश्क़ "ही लिखता हूँ ।। वफ़ा तो तुमसे तब भी थी, बेवफा आज भी हुआ नहीं । बदनाम न हो जाय नाम तेरा , तेरे नाम को " इश्क़ " मैं लिखता हूँ ।। जिस जगह पे मै " इश्क " लिखूँ , बस तेरा ही तो मै ज़िक्र करूँ । जब याद में आँखे होतीं नम , तब तेरे नाम को ही मै "इश्क" लिखूँ ।। meri chutkiii😘