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स्नेह के आंसू.... कृपया अनुसीर्षक में पढ़े... किसी

स्नेह के आंसू....
कृपया अनुसीर्षक में पढ़े...
किसी और की कलम से.... स्नेह के आँसू....

सब्जी वाले ने तीसरी मंजिल की घंटी का बटन दबाया। ऊपर बालकनी का दरवाजा खोलकर बाहर आई महिला ने नीचे देखा। 

"बीबी जी !  सब्जी ले लो ।" बताओ क्या- क्या तोलना है।  कई दिनों से आपने सब्जी नहीं खरीदी मुझसे, कोई और देकर जा रहा है क्या ? सब्जी वाले ने  कहा। 

"रुको भैया!  मैं नीचे आती हूँ।"
स्नेह के आंसू....
कृपया अनुसीर्षक में पढ़े...
किसी और की कलम से.... स्नेह के आँसू....

सब्जी वाले ने तीसरी मंजिल की घंटी का बटन दबाया। ऊपर बालकनी का दरवाजा खोलकर बाहर आई महिला ने नीचे देखा। 

"बीबी जी !  सब्जी ले लो ।" बताओ क्या- क्या तोलना है।  कई दिनों से आपने सब्जी नहीं खरीदी मुझसे, कोई और देकर जा रहा है क्या ? सब्जी वाले ने  कहा। 

"रुको भैया!  मैं नीचे आती हूँ।"

स्नेह के आँसू.... सब्जी वाले ने तीसरी मंजिल की घंटी का बटन दबाया। ऊपर बालकनी का दरवाजा खोलकर बाहर आई महिला ने नीचे देखा। "बीबी जी ! सब्जी ले लो ।" बताओ क्या- क्या तोलना है। कई दिनों से आपने सब्जी नहीं खरीदी मुझसे, कोई और देकर जा रहा है क्या ? सब्जी वाले ने कहा। "रुको भैया! मैं नीचे आती हूँ।" #responsibility #yqbaba #yqdidi #ananttripathi #atrisheartfeelings