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एक छोटा सा परिंदा था। जख्मी था,पर जिंदा था। मालिक

एक छोटा सा परिंदा था।
जख्मी था,पर जिंदा था।
मालिक से रो रहा था।
बोला पंख ना काटो मेरे।
कुछ तो समझो मुझे।
कुछ दर्द तो बाटों मेरे।
पर मालिक ने उसकी सुनी नहीं।😭



हार कर बैठ गया किसी कोने में।
व्यस्त हो गया बस रोने में।


जिसे आशमा को छूना था ।
आज जमीन से लिपटे बैठा है।
जिंदगी से मुंह मोड़ कर ,
मौत को गले लगाने की सोच बैठा है।
😢😭
देखो आपकी बेरुखी ने क्या हाल कर दिया मेरा।
कहा से कहा लाकर खड़ा कर दिया मुझे। 
प्लीज आ जाओ।😭 #meri paravah nhi kya aapko ?
एक छोटा सा परिंदा था।
जख्मी था,पर जिंदा था।
मालिक से रो रहा था।
बोला पंख ना काटो मेरे।
कुछ तो समझो मुझे।
कुछ दर्द तो बाटों मेरे।
पर मालिक ने उसकी सुनी नहीं।😭



हार कर बैठ गया किसी कोने में।
व्यस्त हो गया बस रोने में।


जिसे आशमा को छूना था ।
आज जमीन से लिपटे बैठा है।
जिंदगी से मुंह मोड़ कर ,
मौत को गले लगाने की सोच बैठा है।
😢😭
देखो आपकी बेरुखी ने क्या हाल कर दिया मेरा।
कहा से कहा लाकर खड़ा कर दिया मुझे। 
प्लीज आ जाओ।😭 #meri paravah nhi kya aapko ?