गज़ल ना मैं भीड़ में मिला, ना तन्हाई में मिला। मैं तो किसी की चाहत की गहराई में मिला।। ना मैं धरती पर मिला, ना गगन में मिला। मैं तो किसी की दिले-लगन में मिला।। ना मैं जल में मिला, ना मैं जंगल में मिला। मैं तो किसी के प्यार भरे आंचल में मिला। ना मैं मंजिल पर मिला, ना मैं राह पर मिला। मैं तो किसी के दिल से उठती आह में मिला।। ना मैं दिन में मिला, ना मैं रात में मिला। मैं तो किसी के दिल की नजाकत में मिला।। ना मैं परायो में मिला, ना मैं अपनो में मिला। मैं तो किसी के दिन के सपनों में मिला।। ना मैं ‘माही’ के देश में मिला, ना परदेश में मिला। मैं तो किसी के बढ़ते हुये आगोश में मिला।। गज़ल मैं वहाँ पर हूँ। #gazal #shayari #hindigazal #mksmahi #nojotohindi #nojoto #hindishayari #love