इक अरसे के बाद वो हमें, महफ़िल में आज नज़र आई.......... दोनों हांथों में थे कंगन उसके, माथे पर उसने बिंदी थी लगाई........ न जाने वो हमें खुश करने के, इरादे से महफ़िल में थी आई.......... या फ़िर उसका इस दफ़ा, कोई अलग सा ही इरादा था........... जो भी था मगर इस दफ़ा, उसकी आंखों में प्यार ज़्यादा था...... लगता है शायद वो हमारा, दिल जलाने के लिए आई थी.......... किसी और की हो गई है वो, बस इतना ही बताने आई थी.......... जो भी हो खुदा का ये फ़ैसला, हमें अब मंजूर करना ही होगा.......... जीते जी मरा करते थे जिस पर, उसकी याद में मर कर जीना होगा..... ©Poet Maddy इक अरसे के बाद वो हमें, महफ़िल में आज नज़र आई.......... #LongTime#Gathering#Bracelet#Intention#Love#Burn#Die#Live#Dying#Memory............