बक्सा..... (Read in caption) बक्सा..... एक, दो, उनतीस, तीस... क्या यार तू भी? तू और तेरा बक्सा दोनों ही अजब-गजब हैं। आखिर तू उसे कह क्यों नहीं देता अपने दिल की बात!