ख़ुशी है कि आज ज़िन्दगी का एक साल और ख़त्म हो गया, देकर सौगात जन्मदिन की एक साल और कम कर दिया। ख्वाहिशें भी पूरी ना हुईं ज़िन्दगी की और वक़्त हाँथ से फिसलता चला गया। ©SONGWRITER DURGA KRISHNA #WoSadak