जब पास हाेती हुं ताे टाेकते हाे आैर जब दुर जाना चाहती हुं ताे राेकते हाे तेरे इस बरताव काे समझ नही पा रही हुं मैं क्या मुझे गुमराह कर रहे हाे? Ashusant gumrah