मज़लूम पर ज़ुल्म और मज़बूर पर हसना तुम खुद उसका किरदार लेकरके क्योंकि जिस भूल पर हमें बाद में अपसोस हो उसके बारे में अगर पहले सोचलिया जाये तो तुम झूठ को कभी नही अपनाओगे ' #turth