बचपन से लेकर जवानी तक तू ही तो मेरा साया है, तूने ही सब संस्कार दिए और जीना भी सिखाया है, तुझसे बेहतर भला कौन जानेगा मुझे तूने बनाया है, पथरीली राहों पर भी तूने चलना मुझको सिखाया है, जीवन के हर संघर्ष में भी तूने हरदम मेरा साथ दिया, अपने संघर्षों से लड़ना भी तूने ही मुझको बताया है, तू मेरा पिता नहीं है, तू तो खुद ही खुदा का साया है, जो धरती पर बस मेरे लिए मेरा पिता बन कर आया है। 🎀 Challenge-241 #collabwithकोराकाग़ज़ 💖 Happy Fathers Day 💖 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।