रूहानियत का इत्र साथ कर ये फिजा मुझसे टकराती है मेरे बिखरे हुवे तिनको को एक साथ मिलाती है जरा अनदेखा करने की कोशिश में जर जर हो गई ये हवा ये फिजा मुझसे जाने क्या क्या करवाती है