#अगर अगर ओर मगर पे कहा तक चलेंगे, चलो साथ हम तुम जहा तक चलेंगे। जहा आसमा ओर जमी मिल रहे है। चलो मेरे हमदम वहां तक चलेंगे।। इस्माइल जबीह 97120 97722 कतआ इस्माइल जबीह