Thank You मैं मैं नहीं था, तुमने मुझे एक पहचान दे दिया, मैं तो सिर्फ तड़प रहा था तुझे पाने को, तूने तो सारी कायनात थमा दिया, पकड़ा था कलम तुम्हें लिखने को, तूने इसे ही मेरा आशियाना बना दिया, क्या कहु तुझे, तेरे ग़म ने मुझे लेखक बना दिया. Sun writer ©Durgesh Kumar thankyou