हां तुमने सही कहा मैं ऐसा ही हूं मैं पुराने ख्यालात का हूं मेरा दिल जैसा कहता है ठीक वैसा ही करता हूं जैसा भी खाने को मिल जाता है खा लेता हूं जैसा कपड़ा मिल जाए वैसे कपड़े में रह लेता हूं हां मुझे शौक नही.... किसी के जैसे बनने की और न ही चाहत है ....। ©एम.आर.चंद्रवंशी दिल संभाल जा जरा....