कर के मेरा कत्ल निगाहों से सरेआम , इस तरह छोड़ के न जा जाने वाले .. क्या होता है मेरा हस्र भी तो देखते जा मेरे ख्वाबों में आने वाले.. सुना है कि जन्नत नसीब होती है, किसी हूर पर जान निसार करने से.. ख्वाहिश का तमाशा तो देखते जा खूने जिगर क़ातिल मेरे भोले भाले.. " qatil "